भारतीय जनता पार्टी हिमाचल प्रदेश के प्रमुख वक्ता, एवं सुजानपुर विधानसभा के चुनाव प्रभारी और सुंदरनगर के विधायक राकेश जंबाल द्वारा ने हमीरपुर में पत्रकार वार्ता की।
देश में चल रहे लोकसभा चुनावों के दो चरण हो चुके हैं पांच बाकी हैं। चार जून को परिणाम आना शुरू होंगे लेकिन भारतीय जनता पार्टी की जीत का सिलसिला अभी से ही शुरू हो चुका है। हमीरपुर के भारतीय जनता पार्टी कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए पार्टी के प्रमुख प्रवक्ता राकेश जमाल ने यह बात कही। यह इस बात का प्रमाण है कि देश की जनता फिर से नरेंद्र मोदी को देश का प्रधानमंत्री बनते हुए देखना चाहती है। भारतीय जनता पार्टी ने जो नर पूरे देश में दिया है अबकी बार 400 बार में निश्चित रूप से पूरा होगा एक ऐसी लहर पूरे देश में चली हुई है और इस लहर से हिमाचल प्रदेश भी अछूता नहीं रहा है। हिमाचल प्रदेश के अगर बात करें तो यहां से भी लोकसभा में चार सांसद चुनकर जाएंगे जिनके चुनावों के लिए भारतीय जनता पार्टी हिमाचल प्रदेश शुरू में ही लीड कर चुकी है। क्योंकि भारतीय जनता पार्टी ने चारों लोकसभा क्षेत्रों में समय रहते न केवल अपने उम्मीदवार घोषित किये है बल्कि उनका प्रचार प्रसार भी हो रहा है। लेकिन दूसरी तरफ कांग्रेस अभी अपने कई प्रत्याशी घोषित नहीं कर पाई है ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस ने राज्यसभा चुनाव से कोई सबक नहीं सीखा वह लोकसभा चुनाव के प्रति बिल्कुल भी गंभीर नहीं दिख रही। दिल्ली से मनु सिंघवी को लाकर चुनाव लड़वाया और राज्यसभा में हार गए। और अब इन्होंने कांगड़ा से आनन्द शर्मा को उम्मीदवार बना दिया। केंद्र में कांग्रेस के बहुत बड़े-बड़े ओहदों पर रह चुके आनंद शर्मा केंद्र सरकार में मंत्री तक भी रहे हैं लेकिन हमने देखा है प्रदेश के साथ कोई ज्यादा सरोकार उनका आज तक नहीं रहा। 40 साल पहले शिमला से उन्होंने एक विधानसभा का चुनाव लड़ा था जिसमें वह हार गए थे। ऐसा लग रहा है कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस कहीं पर भी लोकसभा चुनावों को जीतने की दृष्टि से नहीं लड़ रही बल्कि मुख्यमंत्री केवल अपने विरोधियों को ठिकाने लगाने के काम में लगे हुए हैं। वर्तमान प्रदेश में कांग्रेस सरकार को विधायकों की कितनी सख्त जरूरत हिमाचल प्रदेश में है यह किसी से छुपा नहीं है इसके बावजूद मुख्यमंत्री ने लोक सभा चुनाव के लिए दो जगह से दो विधायकों को उतार दिया। पूरा प्रदेश जानता है कि वर्तमान मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह के परिवार के बीच आपसी संबंध इनका कैसा है। बड़ी जद्दोजहद से राजा वीरभद्र सिंह किस पुत्र विक्रमादित्य सिंह मंत्री बने थे लेकिन मुख्यमंत्री ने उनको मंडी लोकसभा क्षेत्र से चुनाव में उतारा है। इस तरह शिमला संसदीय क्षेत्र से सांसद रह चुके के डी सुल्तानपुरी के सुपुत्र जो वर्तमान विधानसभा में विधायक के रूप में काम कर रहे थे उनका टिकट देकर शिमला संसदीय क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया। यह इस बात का प्रमाण है कि कांग्रेस किस नजरिए से लोकसभा चुनावों को देख रही है। तीन विधानसभाओं में कांग्रेस को प्रत्याशी नहीं मिल रहे हैं। लेकिन मुख्यमंत्री का सारा प्रयास यही है कि कैसे सरकार को बचाया जाए लोकसभा चुनाव में उनके प्रत्याशी हार जाए जमानत जप्त हो जाए उस बात से उनका कोई लेना देना नहीं है। लेकिन 15 महीने पुरानी प्रदेश में बैठी कांग्रेस की सरकार की प्रणाली झूठे वादे झूठी गारंटियां । कांग्रेस सत्ता में तो आ गई लेकिन सत्ता उससे नहीं चल रही।
राकेश जंबाल ने कहा कि मुख्यमंत्री कहते है कि केंद्र से कुछ नहीं मिला जबकि प्रदेश के मंत्री कहते है कि प्रदेश की सड़कों को केंद्र सरकार से करोड़ों रुपए मिले हैं। कांग्रेस सरकार की 6 विधायक पहले ही नाराज हो गए थे, 6 सीपीएस पर निर्णय आने वाला है। और यह असंतोष यही नहीं रुकेगा यह असंतोष आगे बढ़ता ही जाएगा। ऐसा कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं है कि कांग्रेस की सरकार अपने कर्मों के कारण बहुत लंबा समय टिकने वाली नहीं है। 4 जून को जैसे ही परिणाम आएंगे वैसे ही हिमाचल प्रदेश में भी उदल-पुथल होगी और हिमाचल प्रदेश से कांग्रेस की सरकार चली जाएगी। प्रदेश में विकास को प्रभावित हुआ ही है झूठे वादे गारंटियों के कारण लोग निराश हैं तो वहीं दूसरी और हिमाचल प्रदेश में कानून व्यवस्था बुरी तरह धराशायी हो गई है। मात्र कुछ दिन पहले सपना देखा कि कांगड़ा के पालमपुर में कैसे प्रदेश की एक बेटी को सरेआम व्यक्ति ने तेज हथियार से हमला कर घायल कर दिया। संवेदनहीन सरकार और संवेदनहीन मुख्यमंत्री इस प्रदेश में है जिसे प्रदेश की आम जनमानस की दुख तकलीफ से कोई लेना-देना नहीं।
राकेश जंबाल ने कहा कि लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने पिछले 10 वर्ष में जो काम किया है, मोदी सरकार के कार्यकाल की उपलब्धियां, 10 वर्ष के कार्यक्रम में भारत सरकार ने जो काम मोदी जी के नेतृत्व में क्या है और मोदी जी के रूप में जो एक मजबूत नेतृत्व भारतवर्ष को मिला है यह सबसे बड़ा मुद्दा भारतीय जनता पार्टी के पास इन चुनावों में है जिसको लेकर वह लोकसभा चुनाव लड़ रही है। तो वहीं दूसरी ओर गत 15 महीना को कांग्रेस का जो असफल कार्यकाल प्रदेश में सरकार के रूप में दिखा है वह भी हमारे लिए एक बड़ा मुद्दा प्रदेश की जनता के बीच बताने को है। हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र से अनुराग सिंह ठाकुर 2019 के चुनावों की जीत के अंतर से भी बड़ा अंतर लेकर इस बार लोकसभा में जाएंगे। हिमाचल प्रदेश की 6 विधानसभाओं के उपचुनाव में भी भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी बहुत बड़ी जीत दर्ज करवाएंगे ऐसा भी हमें विश्वास है
इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष एवं एचआरटीसी के पूर्व वाइस चेयरमैन पूर्व विधायक विजय अग्निहोत्री, प्रदेश सचिव एवं विधानसभा उपचुनाव समन्वय समिति के हमीरपुर के जिला संयोजक तथा सुजानपुर विधानसभा उपचुनाव के सह प्रभारी नरेंद्र अत्री, प्रदेश सह मीडिया प्रभारी अंकुश दत्त शर्मा, जिला महामंत्री अजय रिंटू शर्मा तथा जिला मीडिया प्रभारी विकास शर्मा उपस्थित रहे।
Author: Dharampur Express
Himachal Pradesh