धर्मपुर एक्सप्रेस। हमीरपुर
जिला भाजपा अध्यक्ष राकेश ठाकुर ने प्रस्तावित जिला परिषद वार्ड पुनर्सीमांकन को लेकर कांग्रेस सरकार और प्रशासन पर कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह सरकार झूठे तथ्यों और आधारहीन तर्कों के आधार पर वार्ड सीमांकन कर रही है, वह लोकतंत्र का मज़ाक है। यह स्पष्ट रूप से सत्ता का दुरुपयोग है, जिससे कांग्रेस अपनी राजनीतिक स्वार्थसिद्धि करना चाहती है।
ठाकुर ने आरोप लगाया कि जिला परिषद हमीरपुर के वार्ड सीमांकन में सरकार और प्रशासन की मिलीभगत सामने आई है। प्रस्तावित सीमांकन में व्यापक अनियमितताएं हैं, जिन्हें स्वयं उपायुक्त हमीरपुर ने भी स्वीकार किया है। जिलेभर से अनेक सामाजिक संगठनों ने इन आपत्तियों को दर्ज करवाया है, लेकिन प्रशासन सिर्फ मामूली बदलाव करके जनता की आंखों में धूल झोंक रहा है।
राकेश ठाकुर ने बताया कि पूर्व में जो समीरपुर वार्ड प्रस्तावित था उसमें वार्ड में कुल 20 पंचायतें थीं, जो कि सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र से संबंधित थीं। अब जानकारी सामने आई है कि इन चार पंचायतों को नया नाम देकर उन्हें नाडसी वार्ड में डाला जा रहा है। इसके साथ ही जबकि जो पहले चमनेड वार्ड था उसी की छह पंचायतों को समीरपुर वार्ड में डालकर कुल संख्या 22 कर दी गई है, जो पूरी तरह से तर्कहीन और अन्यायपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन जनसंख्या के आधार पर वार्डबंदी कर रहा है, तो उसे प्रत्येक वार्ड की जनसंख्या का विवरण सार्वजनिक करना चाहिए। भोरंज में चार वार्ड यथावत रखे गए हैं, जबकि वहां नगर पंचायत अस्तित्व में आई है। इसी तरह बड़सर में भी स्थिति समान है, परंतु वहां भी कोई बदलाव नहीं किया गया। इसके उलट नादौन में वार्डों की संख्या तीन से चार कर दी गई है। हमीरपुर और सुजानपुर की कई पंचायतों को नगर निगम में शामिल किया गया है, तो वहां कम से कम एक वार्ड कम होना चाहिए था, न कि तीन वार्ड घटा दिए जाएं।
जिला भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस की हमीरपुर उपचुनाव में हार से घबराकर यह सुनियोजित साजिश रची जा रही है ताकि जिला परिषद पर पकड़ बनाई जा सके। लेकिन भाजपा और आम जनता इस षड्यंत्र को सफल नहीं होने देगी। जिस तरह उपचुनाव में कांग्रेस को करारी हार मिली, वैसे ही आगामी पंचायत और नगर निगम चुनावों में भी उसे मुंह की खानी पड़ेगी।
राकेश ठाकुर ने कांग्रेस नेताओं पर भी निशाना साधते हुए कहा कि जो नेता कुछ महीने पहले यह झूठा दावा कर रहे थे कि समीरपुर और संगरोह को अलग-अलग पंचायतें बना दी गई हैं और इसकी अधिसूचना जारी हो चुकी है, वे अब बताएं कि वह अधिसूचना कहां गई?
Author: Dharampur Express
Himachal Pradesh