धर्मपुर एक्सप्रेस ब्यूरो । हमीरपुर
राजकीय उत्कृष्ठ महाविद्यालय सुजानपुर में आपदा प्रबंधन पर पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यशाला 4 से 8 दिसम्बर तक महाविद्यालय प्रांगण में होगी। इस समारोह में प्रथम दिन मुख्य अतिथि उप-मंडलीय दंडाधिकारी सुजानपुर राकेश शर्मा रहे। अतिथि द्वारा दीप प्रज्वलित करके कार्यशाला का शुभारंभ किया गया तत्पश्चात माँ शारदा की वंदना तथा राष्ट्रीय गीत द्वारा आगाज हुआ। प्राचार्य ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए आपदा प्रबंधन पर विस्तृत जानकारी प्रदान की तथा कार्यशाला को सुचारू रूप से चलाने का आह्वान किया।
तदोपरांत मुख्य अतिथि द्वारा आपदा प्रबंधन के बारे में विस्तृत जानकारी दी तथा छात्रों की सहभागिता से अपने व्याख्यान को प्रस्तुत किया तथा छात्रों से आवाह्न किया कि बढ़ते नशे, गाड़ियों की तेज रफ्तार, सामाजिक अपराधों से स्वयं तथा समाज को बचाएं। इसके उपरांत ऑनलाइन व्याख्यान के लिये डॉ रामानुज कौशिक व प्रो स्वाति सिन्हा (जे० पी० विश्वविद्यालय छपरा – बिहार ) द्वारा आपदा प्रबंधन पर उतरी भारत में अवस्थित हिमाचल प्रदेश में विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं पर शोध पत्र प्रस्तुत किये,तत्पश्चात डॉ सपना राणा ने आपदा प्रबंधन विषय में रासायनिक आपदा पर विस्तृत जानकारी दी और अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के अंत में भूगोल विभाग के आचार्य प्रोफेसर और कार्यशाला के आयोजक राजीव ठाकुर ने इस पूरे सत्र को सफल बनाने हेतु संपूर्ण महाविद्यालय परिवार छात्रों एवं गणमान्य का धन्यवाद किया।
आपदा प्रबंधन पर आधारित कार्यशाला की प्रथम दिन में जेपी यूनिवर्सिटी छपरा बिहार के अंतर्गत विद्या भवन महिला महाविद्यालय से प्रोफेसर स्वाति सिंह ने प्राकृतिक आपदाओं के ऊपर एक विस्तृत व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने भूकंप को केंद्रित करते हुए प्लेट विवर्तनिक सिद्धांत और भूकंप के कारण के रूप में वर्णन किया । उन्होंने हिमालय क्षेत्र के प्रदेशों में भूकंप के प्रभाव को कैसे काम किया जा सकता है उसके बारे में विशेष तरीके और विधियां सुझाई। दूसरा विज्ञान डीएवी पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज सिवान जेपी यूनिवर्सिटी छपरा बिहार के डॉक्टर रामानुज कौशिक ने दिया, जिसमें उन्होंने विभिन्न आपदाओं के संदर्भ में तैयारी और पूर्वानुमान, जागरूकता इत्यादि विषयों के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार से जागरूकता और पूर्व योजना या पूर्व तैयारी बड़ी-बड़ी आपदाओं के खतरों को या हानि को कम कर सकती है उन्होंने भी हिमाचल प्रदेश के संदर्भ में आपदा निम्नीकरण के बारे में विस्तार से सुझाव दिए।
Author: Dharampur Express
Himachal Pradesh