धर्मपुर एक्सप्रेस। हमीरपुर
राजकीय महाविद्यालय नौरा के प्राचार्य व मुख्यातिथि डॉ राजेश शर्मा ने कहा कि संस्कृत हर व्यक्ति में हैं। संस्कृत आज भी व्यक्ति के जन्म से लेकर मृत्यू तक के संस्कार से जुड़ी है। फिर भी हम संस्कृत को व्यवहार में नहीं ला रहे है, जिससे आज भी संस्कृत को जागृति करने के लिए प्रयास करने पड़ रहे हैं। भारत में 16वीं शताब्दी तक सब कुछ संस्कृत भाषा में ही था, उसके बाद कई कारणों से भारत में संस्कृत की महत्वत्ता कम हुई, लेकिन आज एक बार फिर संस्कृत के उत्थान के लिए प्रयास किए जा रहे हैं, जिसमें सफलता मिल रही है।
Author: Dharampur Express
Himachal Pradesh