धर्मपुर एक्सप्रेस। हमीरपुर
भारतीय जनता पार्टी जिला अध्यक्ष राकेश ठाकुर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा आज का दिन भारत के लिए ऐतिहासिक साबित हुआ, जब देश ने जापान को पछाड़कर विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का गौरव प्राप्त किया। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, भारत की अर्थव्यवस्था अब 4187.017 अरब डॉलर की हो गई है। वहीं, भारत का पड़ोसी और आतंकवाद का गढ़ माने जाने वाला पाकिस्तान 45वें स्थान पर पहुंच गया है।
भारत से ऊपर केवल तीन देश हैं – अमेरिका, चीन और जर्मनी, जिसकी अर्थव्यवस्था फिलहाल 4740 अरब डॉलर है। जिला भाजपा अध्यक्ष राकेश ठाकुर ने इस उपलब्धि पर कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था ने 2010 में 1 ट्रिलियन डॉलर का आंकड़ा पार किया था, जिसे 2 ट्रिलियन बनने में 7 वर्ष लगे (2017), फिर 3 ट्रिलियन बनने में केवल 3 वर्ष (2020), और अब, महामारी जैसी वैश्विक चुनौतियों के बावजूद, 2025 में भारत ने 4 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य प्राप्त कर लिया है।
अगर भारत की विकास दर 6% बनी रही, तो वर्ष 2028 तक भारत जर्मनी को भी पीछे छोड़कर तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा, जिसकी अनुमानित GDP 5585 अरब डॉलर होगी, जबकि जर्मनी उस समय 5251 अरब डॉलर पर रहेगा।
ठाकुर ने कहा कि एक समय भारत को ‘सोने की चिड़िया’ कहा जाता था और यह कोई मिथक नहीं था। सन् 1000 में भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था में 29% योगदान देता था, जो 1500 में भी 27% और 1720 में 24% था। इसके बाद मुगलों और फिर अंग्रेजों के शासनकाल में भारत को बर्बाद कर दिया गया।
परंतु 2014 के बाद भारत को मजबूत और पारदर्शी नेतृत्व मिला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जन-जन तक कल्याणकारी योजनाएं पहुंची हैं – जन धन योजना, जीवन ज्योति बीमा योजना, सुरक्षा बीमा योजना, उज्ज्वला योजना, आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्टार्टअप इंडिया, डिजिटल इंडिया, किसान सम्मान निधि जैसी योजनाओं ने समाज के हर वर्ग को सशक्त बनाया।
मेक इन इंडिया, आत्मनिर्भर भारत, लोकल को ग्लोबल बनाना, और भ्रष्टाचार मुक्त शासन के परिणामस्वरूप देश का बुनियादी ढांचा – सड़कें, रेलवे, हवाई अड्डे, बंदरगाह – विश्व स्तरीय बन रहा है।
ठाकुर ने कटाक्ष करते हुए कहा कि जब भारत ऊंचाइयों की ओर बढ़ रहा है, तब पाकिस्तान अपने मित्र देशों के सामने भीख का कटोरा लेकर खड़ा है। यह तुलना भारत की कुशल नेतृत्व क्षमता और नीतिगत दृढ़ता को प्रमाणित करती है।
आज हमें गर्व है कि देश एक ऐसे नेतृत्व के हाथों में है, जो “ना खाता है, ना खाने देता है” की नीति पर चलते हुए भारत को पुनः विश्वगुरु बनाने की दिशा में अग्रसर है।
Author: Dharampur Express
Himachal Pradesh