कुलपति नियुक्ति में अनियमितता पर युवा कांग्रेस ने उठाई आवाज

धर्मपुर एक्सप्रेस। हमीरपुर 

 जिला युवा कांग्रेस, हमीरपुर के अध्यक्ष  अशोक संधू ने डॉ. वाईएस परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी, सोलन में कुलपति पद को लेकर जारी विवाद पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि कुलपति डॉ. राजेश्वर सिंह चंदेल का कार्यकाल 8 मई 2025 को समाप्त हो चुका है, फिर भी उन्हें पद पर बनाए रखा गया है, जो विश्वविद्यालय के नियमों और प्रावधानों के विपरीत है।

 

संधू ने बताया कि कुलपति की नियुक्ति से संबंधित प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं बरती गई और विश्वविद्यालय अधिनियम के प्रावधानों की अनदेखी की गई है। उन्होंने कहा कि कार्यकाल समाप्त होने के बावजूद पद पर बनाए रखना विश्वविद्यालय की स्वायत्तता और लोकतांत्रिक व्यवस्था का उल्लंघन है।

 

युवा कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया कि इस तरह की कार्यवाही राज्य सरकार की संवैधानिक शक्तियों को दबाने का प्रयास है और इसके ज़रिए शैक्षणिक संस्थाओं का भगवाकरण किया जा रहा है, जो सरासर गलत है। विश्वविद्यालयों को राजनीति का अखाड़ा नहीं बनाया जाना चाहिए, बल्कि उन्हें स्वतंत्र, निष्पक्ष और प्रगतिशील शैक्षणिक माहौल देना चाहिए।

 

उन्होंने मांग की कि विश्वविद्यालय अधिनियम की धारा 24(5) के अनुसार वरिष्ठतम प्रोफेसर को कार्यवाहक कुलपति नियुक्त किया जाए ताकि प्रशासनिक कार्य बाधित न हों।

 

इसके अतिरिक्त  संधू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा द्वारा कुलपति की नियुक्ति और हटाने से संबंधित अधिनियम में संशोधन हेतु पारित विधेयक राज्यपाल की स्वीकृति के लिए लंबित है। यह विधेयक राज्य सरकार को विश्वविद्यालय प्रशासन में लोकतांत्रिक अधिकार देने की दिशा में एक उचित कदम है, जिसकी मंजूरी में देरी समझ से परे है।

 

युवा कांग्रेस की स्पष्ट मांग है कि जब तक उक्त विधेयक को राज्यपाल की स्वीकृति प्राप्त नहीं होती, तब तक नए कुलपति की नियुक्ति की प्रक्रिया स्थगित की जाए और संविधान व कानून के अनुसार पारदर्शी निर्णय लिया जाए।

 

इस संदर्भ में जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष  अशोक संधू ने आज युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर यह मांग-पत्र तहसीलदार नादौन के माध्यम से महामहिम राज्यपाल, हिमाचल प्रदेश को सौंपा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि छात्रों के भविष्य और विश्वविद्यालयों की स्वायत्तता के साथ समझौता किया गया, तो युवा कांग्रेस लोकतांत्रिक तरीके से संघर्ष के लिए बाध्य होगी।

Dharampur Express
Author: Dharampur Express

Himachal Pradesh