धर्मपुर एक्सप्रेस। हमीरपुर
शोध और नवाचार हमेशा समस्या के समाधान के लिए होना चाहिए, जिससे देश और समाज का भला हो सकें। सभी विद्यार्थियों में समस्या को जानने और उसके समाधान के लिए प्रयास करने की प्रवृत्ति विकसित होनी चाहिए। यह बात हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर के कुलपति प्रो शशि धीमान ने प्रबंधन अध्ययन विभाग की दो दिवसीय ई-कार्यशाला के समापन सत्र में कही। कुलपति ने कार्यशाला के समापन में बतौर मुख्यातिथि शिरकत की, जबकि अधिष्ठाता शैक्षणिक विशेष अतिथि रहे। इससे पूर्व कार्यशाला के संयोजक डॉ शुभम शर्मा ने दो दिन के सत्रों की संक्षिप्त रिपोर्ट प्रस्तुत की। प्रो धीमान ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 ने शोध और नवाचार पर विशेष फोकस है, जिसके तहत इस प्रकार की कार्यशालाएं हर शिक्षण संस्थान और सभी संकाय के विद्यार्थियों के लिए जरूरी है। इसके अलावा एनईपी में विज्ञान, वाणिज्य, तकनीकी और समाज विज्ञान सहित सभी विषयों की पढ़ाई के महत्व को ध्यान में रखकर विद्यार्थियों को भी सभी विषयों को स्नातक और स्नातकोत्तर की पढ़ाई करते समय विकल्प के तौर पर पढ़ने की छूट का प्रावधान किया गया है, जिससे विद्यार्थी का सर्वांगिन विकास और सोच विकसित हो सकें। उन्होंने कार्यशाला के आयोजन समिति और सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी। दो दिवसीय कार्यशाला प्रबंधन विभाग ने रिसर्च प्रोजेक्ट लेखन विषय पर आयोजित की, जिसमें पहले दिन शोध परियोजना की संरचना और प्रबंधन में अनुसंधान का महत्व के बारे में स्त्रोत व्यक्तियों द्वारा विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। अंतिम सत्र में प्रतिभागियों ने कार्यशाला के अनुभव को साझा किए। कार्यशाला में तकनीकी विवि सहित प्रदेश व देश के विभिन्न शिक्षण संस्थानों के कुल 150 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
Author: Dharampur Express
Himachal Pradesh