डॉ सुमित पुन्याल राष्ट्रीय संस्था “बेटियां फाउंडेशन” द्वारा “नैशनल एक्सीलेंस अवार्ड” 2025 से सम्मानित

धर्मपुर एक्सप्रेस। हमीरपुर

 टांडा मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम में राष्ट्रीय संस्था बेटियां फाउंडेशन द्वारा नैशनल एक्सीलेंस अवार्ड्स 2025 का आयोजन किया गया। इस समारोह के मुख्य अतिथि आर स बाली अध्यक्ष पर्यटन विभाग, बॉलीवुड सेलिब्रिटी दीपशिखा नागपाल, बॉलीवुड सिंगर मन्नत नूर आदि उपस्थित रहे। इस समारोह में देश और प्रदेश के कोने-कोने से अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन और समाज सेवा में उल्लेखनीय योगदान देने वाली विभूतियों को सम्मानित किया गया।

 

हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर भोरंज के होम्योपैथिक डॉक्टर सुमित पुन्याल को भी नैशनल एक्सीलेंस अवार्ड 2025 से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें समाज को स्वास्थ्य और होम्योपैथी के प्रति जागरूक करने के लिए प्रदान किया गया। डॉ. पुन्याल प्रदेश के प्रतिष्ठित होम्योपैथिक डॉक्टर हैं, जो पिछले 10 वर्षों से होम्योपैथी के क्षेत्र में सेवाएं दे रहे हैं। वे प्रदेश के लोगों को होम्योपैथी के माध्यम से स्वास्थ्य लाभ देने के साथ-साथ स्वास्थ्य और होम्योपैथी के प्रति जागरूक भी कर रहे हैं।

 

डॉ. सुमित पुन्याल स्वास्थ्य और होम्योपैथी की जागरूकता अलग-अलग एनजीओ, विभिन्न संगठनों, शिक्षण संस्थानों, आईसीडीएस और पंचायत स्तर पर कर रहे हैं। उनके द्वारा किए गए कार्यों को पिछले साल भी कई संस्थाओं ने सराहा। आशा किरण संस्थान ने उन्हें प्रदेश स्तरीय सम्मान “हिमालयन श्री” 2024 से नवाजा, वहीं हिमाचल एकता मंच ने उन्हें “हिमाचलो री शान” 2024 स्टेट अवार्ड प्रदान किया।

 

यह सम्मान डॉ. पुन्याल को उनकी कड़ी मेहनत और होम्योपैथी के प्रति जुनून के कारण संभव हो पाया है। वे सेवा भाव से प्रदेश के लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक कर रहे हैं और उन्हें यह समझाने का प्रयास कर रहे हैं कि अच्छी जीवनशैली अपनाकर स्वस्थ जीवन जिया जा सकता है।

 

डॉ. सुमित पुन्याल ने यह सम्मान मिलने पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा, “मैं इस सम्मान को अपने माता-पिता और उन सभी लोगों को समर्पित करता हूं, जिन्होंने मेरा मार्गदर्शन और सहयोग किया। मेरा उद्देश्य होम्योपैथी को हर व्यक्ति की पहली पसंद बनाना है। यह एक प्राकृतिक और सौम्य चिकित्सा पद्धति है, जो न केवल बीमारियों का इलाज करती है, बल्कि उनके मूल कारणों को भी दूर करती है, और इसका शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं होता।”

 

उन्होंने कहा कि होम्योपैथी केवल उपचार का माध्यम नहीं है, बल्कि यह एक ऐसी पद्धति है जो व्यक्ति को संपूर्ण स्वास्थ्य प्रदान करती है। डॉ. पुन्याल ने यह भी कहा कि उनकी कोशिश है कि समाज को होम्योपैथिक चिकित्सा की उपयोगिता और प्रभावशीलता के बारे में जागरूक किया जाए, ताकि इसे स्वास्थ्य देखभाल का मुख्य विकल्प बनाया जा सके।

Dharampur Express
Author: Dharampur Express

Himachal Pradesh