धर्मपुर एक्सप्रेस। हमीरपुर
प्रदेश सरकार द्वारा सरकारी कर्मचारियों को अक्टूबर माह का वेतन 4 फीसदी डीए की किश्त के साथ चार दिन पहले ही दिए जाने के फैसले का स्वागत करते हुए कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि कांगड़ा बैंक के कर्मचारियों को भी एरियर सहित डीए का लाभ अक्टूबर माह के वेतन के साथ ही दे दिया जाएगा । इस बाबत बैंक के प्रबंध निदेशक महोदय को आवश्यक कार्यवाही करने के लिए कह दिया गया है।
पठानिया ने प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को एक दूरदर्शी जननेता बताते हुए कहा कि माननीय मुख्यमंत्री सिर्फ कर्मचारी ही नहीं बल्कि हर वर्ग की हितैषी हैं जो प्रदेश की कमजोर आर्थिक स्थिति से बेहतरीन ढंग से निपटते हुए सभी वर्गों को कुछ ना कुछ राहत देने के कदम उठा रहे हैं।
बैंक की आर्थिक स्थिति पर बात करते हुए बैंक के अध्यक्ष ने बताया कि 31 मार्च 2024 को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में बैंक ने 2016 से कर्मचारियों के छठे वेतमान की बकाया, लगभग 45 करोड़ की राशि का भुगतान करने के बाद भी 64.27 करोड़ का शुद्ध लाभ कमाया है। इस दौरान बैंक की जमा राशियां और ऋण भी बढ़े हैं। 30.09.2024 को समाप्त तिमाही में भी बैंक का लाभ Rs.70.18 करोड़ के लगभग है।
बैंक अध्यक्ष ने यह भी बताया कि मौजूदा त्यौहारी सीजन में बैंक द्वारा अपनी विभिन्न ऋण योजनाओं में प्रोसेसिंग फीस में छूट दी जा रही है जिसका अधिक से अधिक लोगों को फायदा उठाना चाहिए।
“मौजूदा ओटीएस अंतिम मौका इसके बाद सख्ती से की जाएगी ऋण वसूली”। -पठानिया
कुलदीप पठानिया ने कहा कि OTS पॉलिसी को लागू कर बैंक का ग्रॉस एनपीए 31.03.2022 के 29.60% के स्तर से घटकर 31.03.2024 में 23.45% रह गया जबकि समान अवधि में नेट एनपीए 15.31% से घटकर 7.15% रह गया।पहली ओटीएस पॉलिसी के अच्छे नतीजों के बाद ही बैंक अधिकारियों की कमेटी द्वारा बनाई गई नई ओटीएस पॉलिसी को रजिस्ट्रार के आदेशों पर बोर्ड द्वारा नई ओटीएस पॉलिसी को 30.11.2024 तक (सिर्फ चार महीनों के लिए) लागू करने के आदेश पारित हुए। जिससे बैंक का एनपीए और कम होने की उम्मीद है। हालांकि बैंक अध्यक्ष ने यह भी स्पष्ट किया कि इसके बाद बिना कोई छूट दिए ऋण डिफॉल्टरों से सख्ती से ऋणों की वसूली की जाएगी। बैंक अध्यक्ष ने उम्मीद जताई कि मौजूदा ओटीएस पॉलिसी के बाद बैंक का नेट एनपीए 5% से कम व ग्रॉस एनपीए 20% से कम के स्तर तक आ सकता है। पठानिया ने बताया कि मौजूदा ओटीएस पॉलिसी रजिस्ट्रार के आदेशों के बाद आरबीआई के दिशानिर्देशों के हिसाब से बनाई गई है।
Author: Dharampur Express
Himachal Pradesh